Monsoon Updates: इस साल मॉनसून उत्तर भारत में मेहरबान रहा। पिछले 11 वर्षों में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई। मौसम विभाग के अनुसार, चार महीने में 628 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह आंकड़ा 2013 के बाद सबसे अधिक है। उत्तर भारतीय राज्यों में सितंबर महीने के आखिरी सप्ताह तक जमकर मेघ बरसे। मैदानी इलाकों में पहाड़ी राज्यों से ज्यादा बारिश हुई। देशभर में देखा जाए तो इस साल सबसे अधिक बारिश मध्य भारत ने देखी। यहां सामान्य से लगभग 20% अधिक 1165.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई।
आज सोमवार यानी 30 सितंबर को देश में मॉनसून सीजन की विदाई हो गई है। देशभर में मॉनसून सीजन की बात करें तो 2020 के बाद सबसे अधिक बारिश हुई है। कुल मिलाकर मॉनसून सामान्य से ऊपर की श्रेणी में रहा है। यह लगातार छठा वर्ष है जब देश में इस मौसम सामान्य से अधिक बारिश हुई है। उत्तर भारतीय राज्यों की बात करें तो पहाड़ी राज्यों से ज्यादा मैदानी इलाकों ने बारिश देखी।
11 वर्षों में सबसे अधिक बारिश ,
उत्तर भारत में यह 11 वर्षों में सबसे अधिक बारिश वाला मॉनसून रहा है। यहां कई राज्यों में अक्सर बड़े पैमाने पर मॉनसून की कमी देखी जाती है, लेकिन इस बार 1 जून से 29 सितंबर तक 628 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 2013 के बाद से सबसे अधिक बारिश है। मौसम विभाग के अनुसार, एक दशक से अधिक समय में उत्तर भारतीय राज्यों ने सबसे अच्छा मानसून देखा।
इस साल के मॉनसून में सबसे अधिक बारिश वाला क्षेत्र मध्य भारत है। यहां सामान्य से लगभग 20% अधिक 1165.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड हुई है। मध्य भारत के लिए यह 2019 के बाद से सबसे अधिक वर्षा वाला मॉनसून रहा। 2019 में, मध्य भारत में 1263.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो एलपीए से 29% अधिक थी। इस साल मध्य भारतीय राज्यों के बाद दक्षिण में दूसरा सबसे अधिक वर्षा रिकॉर्ड हुआ। इस क्षेत्र में 1 जून से 29 सितंबर तक 811.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जो एलपीए से 14.3% अधिक है।